Article

अमेरिका बसने की होड़ में भारतीय दूसरे नंबर पर, 66,000 भारतीयों ने 2022 में ली नागरिकता - सीएसआर

 24 Apr 2024

भारत में अच्छे दिनों का ढोल बज रहा है लेकिन बड़ी तादाद में लोग भारत की नागरिकता त्याग रहे हैं। अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण (सीआरएस) की रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ़ 2022  66,000 भारतीयों ने अमेरिका की नागरिकता ली है। इस संदर्भ में किये गये कुल आवेदनों में 42 प्रतिशत भारतीयों को अमेरिका की नागरिकता इसलिए नहीं दी जा सकी, क्योंकि वे नागरिकता के नियमों को पूरा नहीं कर पा रहे थे।हर साल भारत से लाखों भारतीय अमेरिका में एक बेहतर जीवन की तलाश में विस्थापित हो जाते हैं।



हर साल लाखों भारतीय छोड़ रहे हैं भारत


कांग्रेस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 लगभग 66,000 भारतीय आधिकारिक तौर पर अमेरिका की नागरिकता ले चुके हैं। अमेरिका में नयी नागरिकताओं के मामलें में मैक्सिको पहले स्थान पर तो भारत दूसरे स्थान पर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में दुनिया भर के 9,69,380 लोग नये अमेरिकी नागरिक बनें हैं।

सीआरएस (कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस) 2023 रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों की संख्या लगभग 28,31,330 रही है, जो चीन और मैक्सिको के बाद सबसे अधिक है। साल 2022 में भारतीयों की संख्या अमेरिका में नागरिकता के लिए इतनी ज़्यादा तब है जब लगभग 42 प्रतिशत लोगों की नागरिकता आवेदन को नियम और शर्तें पूरा न कर पाने के कारण स्वीकार नहीं किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे भारतीयों की संख्या क़रीब 2,90,000 है जो अमेरिका में ग्रीन कार्ड (क़ानूनी स्थायी निवास) के साथ रह रहे हैं। ये सभी अमेरिका की नागरिकता के लिए पात्र हैं।

अमेरिका में हर साल लाखों की संख्या में कई देशों के लोग नागरिकता के लिए आवेदन करते है। जिनमें भारतीयों की संख्या सबसे अधिक होती है। अमेरिका का प्रशासन पहले ही विदेशियों द्वारा इतनी भारी संख्या में अमेरिका की नागरिकता के आवेदनों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त कर चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 14 प्रतिशत ऐसे अमेरीकी नागरिक हैं जो मूल रूप से किसी अन्य देशों से संबंधित हैं।


अमेरिका में नागरिकता के लिए कई नियमों को पूरा करना होता है। जिनमें से एक नियम कहता है कि जो व्यक्ति अमेरिका में नागरिकता के लिए आवेदन करता है, वह अमेरिका में पाँच वर्षों से स्थायी निवास (ग्रीन कार्ड होल्डर) कर रहा हो। समस्या यह है कि ऐसे लोगों की संख्या साल 2023 तक क़रीब 90 लाख के आस-पास है। हालाँकि, इनमें से  लगभग 10 प्रतिशत लोगों ने ही नागरिकता के लिए आवेदन किया था।



भारतीयों के लिए अमेरिका पहली पसंद

आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) की रिपोर्ट ‘इंटरनेशनल माइग्रेशन आउटलुक-2023’ के अनुसार, कुल जितने लोगों का एक देश से दूसरे देश में प्रवास हुआ है उसमें भारतीय लोगों की संख्या सभी का लगभग 7.5 प्रतिशत रही। भारत के लोगों ने प्रवास के रूप में सबसे ज़्यादा अमेरिका को चुना है। भारत के लोग एक बेहतर जीवन विकल्प के रूप में अमेरिका जाना पसंद कर रहे हैं।

लंदन स्थित हेनले प्राइवेट हेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2023 के अनुसार, लगभग 6,500 अमीर भारतीयों ने भारत छोड़ किसी अन्य देशों की नागरिकता ले ली है।


एक-तिहाई भारतीय वापस चाहते हैं भारतीय नागरिकता

अमेरिका स्थित पोलिंग एजेंसी प्यू रिसर्च के अनुसार, वे भारतीय लोग जो अमेरिका में रह रहे हैं उनमें से 33 प्रतिशत भारतीय वापस आना चाहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मूल के लोग अमरीका को छोड़ भारत वापस इसलिए आना चाहते हैं क्योंकि वे भारत में सहज महसूस करते हैं। लेकिन जो भारतीय अमेरिका में लम्बे समय से रह रहे हैं, वे भारत वापस नहीं आना चाहते हैं। जो लोग भारत वापस आना चाहते हैं उनका एक कारण यह भी है कि भारत में अमेरिका की तुलना में  दैनिक जीवन का खर्चा कम है।